

What is Sensory Diet ? Why is it needed ? Sensory का मतलब क्या होता है । five sense जाने की (eye , ear , touch , smell , taste) यह एक system है। वह हमारा ear sense है। ear sense जाने की touch का sense ले एक vestibular होता है। एक prospective होता है। तो vestibular, prospective, tactile यह तीन system है । जो हमारे पहले हम इनके ऊपर काम करते हैं जा इन system को जब हम stimulate करते हैं । तो हम उसे sensory diet कहते हैं। बाकी system भी हम add करते हैं । जैसे auditory कानों से सुना, आंखों से देखना , मुंह से चकना, सूंघना , smell करना, यह सारे sensory system है। लेकिन जो मैंने पहले तीन बताए की vestibular , prospective, tactile टच करना यह जो तीन है । इन पर हम सबसे पहले काम करते हैं । जाने की बच्चों को sensory diet देते हैं। जब हम मेरी आंखें देख रही है, आजू-बाजू की चीज जा मेरे कान सुन रहे हैं। वह मैं सब कुछ सुन पा रही हूं , और मैं सब कुछ देख पा रही हूं , तो मेरी चीजों को देखना, सुनना और मैं अपना थूक अंदर निकल रही हूं , मेरे मुंह का जो system है। वह भी काम कर रहा है। इस room में भी जो भी खुशबू है । वह मैं smell कर पा रही हूं, तो इतनी सारी चीजों के साथ हमारी body में और मैं कपड़े पहने हैं, जा चप्पल पहनी है , मुझे महसूस हो रहा है। यह हमारी यह मेरी touch system है । अगर मैं move हो रही हूं , हिल रही हूं, वह एक vestibular input दे रही हूं । जब मैं खड़ी हूं । मेरे मसाला concentration कर रहे हैं । तो मेरा perspective systemहै। जब यह जो इतनी सारी sensory input है । यह मेरे body में रच जाती है। और यह सारी जब मेरे brain के पास जाएगी और इन information को sort-out करती है । अच्छा यह यह सुनना है। यह खाना है यह जा सोना है अब इनका कहां तक पहुंचना है । अब मुझे अगर आवाज आ रही है । तो इसका मतलब मेरा systemआवाज सुन रहा है। और उसका meaning भी दे रहा है। कि कोई बात नहीं वह एक काम चल रहा है । कोई बात बोलना वहां पर एक पक्षी बात कर रहा है। हर बार मुझे information दे रहा है । मुझे क्या क्या सुनाई दे रहा है। क्या-क्या दिखाई दे रहा है । इनको एकत्रित करके उसका meaning बना पन उसको ही हम sensory integration कहते हैं और वह जब हम खुराक हमारे sensory system को देते हैं । उसे sensory diet कहते हैं । sensory diet कभी भी खत्म नहीं होती बच्चों को हम देते हैं। जिनका development milestone या autism या ADHD जिनका diagnosis है। उन बच्चों को हमने एक अलग तरीके से बच्चों को यह सारे input देते हैं। ताकि वह input को लेकर उनका meaning बनाना सीखे इससे हम sensory dietकहते हैं । पेरेंट्स पूछते हैं। कब तक देनी होती है। sensory diet मैं अभी भी बोक पर जाती हूं , और फेस क्रीम लगाती हूं , बालों को तेल लगाती हूं। तो यह सारा हमारा tactile input है । और बच्चों को हम सबसे पहले यह तीन चीजों को vestibular, prospective, tactile देते हैं।
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