
SPEECH THERAPY IN LUDHIANA SPEECH THERAPIST IN LUD...

SPEECH THERAPY IN LUDHIANA SPEECH THERAPIST IN LUDHIANA SPEECH THERAPY NEAR ME What is speech therapy Speech therapy हमें बोलने में बहुत मदद करती है स्पीच थेरेपी की मदद से हम अपनी बात दूसरों तक रख सकते है जब बच्चा छोटा होता है तो 12 से 18 महीने का बच्चा बाबा पापा बोलने लग जाता है लेकिन अगर बच्चा 3 साल का हो गया हो ओर कुछ नहीं बोलता है तो इसका मतलब बच्चे को स्पीच की प्रोब्लम है तो फिर उस समय में बच्चे को speech therapy करवाई जाती है जिसकी हेल्प से बच्चे बोलना शुरू कर देते है Signs and symptoms of speech therapy 1.Gesture=जब एक साल का बच्चा हमे कोई भी gesture नहीं देता जैसे कि bye bye या फिर कोई भी चीज को इशारों से नहीं समझा पाता 2.difficulty in communication = जब कोई बच्चे से बात करता है तो बच्चे उनको जवाब देना पसंद नहीं करते या फिर वो सिर्फ इशारों में ही बात समझते है और घबरा जाते है कि अब हम कैसे जवाब दे तो इसलिए बच्चे कम्युनिकेशन के दौरान डिफिकल्टी महसूस करते हैं 3.difficulty to understand simple questions=जब बच्चों से कुछ सिंपल सवाल भी करो तो भी बच्चे समझ नहीं पाते ये भी स्पीच delay का ही हिस्सा मन जाता है 4.repeated words or sounds= कभी कभी बच्चे किसी भी एक साउंड या फिर किसी एक word को ही ज्यादातर इस्तेमाल करते है अपनी बात को समझने में 5. unexpected sounds = जब बच्चे अपनी उमर से ऊपर होते हुए भी की ऐसी sound या फिर कोई अपनी ही एक language बना लेते है जिसे हम उनकी उमर में उम्मीद नहीं करते 6. Understood by everyone= जब बच्चा कुछ बोलता है तो जरूरी नहीं कि उनके घरवाले ही उसकी बातों को समझे बल्कि बच्चे की हर एक बात किसी भी अनजान व्यक्ति को भी समझ। आनी जरूरी है
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