

हम सभी ने बहुत सारे बच्चे को देखा होगा कुछ normal और कुछ बहुत abnormal जैसे किसी से बात न करना, अपनी दुनिया मे खोए रहना, नाम से जवाब न देना ऐसा ही और बहुत कुछ हम ऐसे बच्चों को हम autistic child कहते है, जिनको autism की problem होती है , यह बिमारी नही है 'एक तरह neurodevelopment disorder होता है, जिसमें कि एक बच्चा अपनी age के according तो बड़ा हो जाता है, परं "दिमागी तौर पर पीछे ही रह जाता है। एक normal person या बच्चे के लिए बहुत आसान होता है दूसरे से communicate करना है , पर अगर कोई ऐसा नही करता या कर पाता तो कही न कही उसको ऐसी Problem हो सकती है ऐसे में हमें उनको judge नहीं करना ब्लकि उनकी है help करना हैं Autism की जो problem है यह पूरी दुनिया मे पाई जाती है। अगर हम compare करे तो यह girls से ज्यादा Boys मे पाई जाती है जिसे कि अगर 5 लड़को को autism की problem है उनके बाद 1 लडकी को यह problem होती है। हालाकि अभी तक इस का मुख्य कारण सामने नही आया है कुछ विज्ञानिको इसको environment changes के कारण है। Autism के प्रति हर व्यक्ति को पता चले इस वजह से 2 April को autism awareness day मनाया जाता है। इस दिन लाखो लोग रेलिया निकालते है । जिस मे Autistic child की क्या पहचान है बताया जाता है। इस day का एक ही motive है कि लोग इसको लेकर aware हो सके और जल्दी से जल्दी diagnosis करवा सके। पर यह day हर जगह नही मनाया जाता जिस वजह से लोग aware नहीं हो पाते है उनके किसी अपने बच्चे को ऐसी ही Problem होती है तो वह जाने अनजाने कई बार ऐसी गलती कर जाते है जिससे बाद में उनके पास पछताने के इलावा कोई और रस्ता नही रहता।
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